उत्तर प्रदेश में मॉनसून ने पूरी ताकत से दस्तक दे दी है। जून के अंत से लेकर जुलाई की शुरुआत तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 1 जुलाई से आगामी कई दिनों तक यूपी के 50 से अधिक जिलों में भारी से अति भारी बारिश, गरज-चमक और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह बारिश सामान्य से अधिक हो सकती है और इसका असर पूरे प्रदेश पर दिखाई देगा।
जुलाई की शुरुआत से तेज़ बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने 1 से 6 जुलाई के बीच उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। पश्चिमी और पूर्वी यूपी दोनों में कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और मजबूत ट्रफ लाइन के कारण यह बारिश अधिक प्रभावी हो सकती है। साथ ही पूर्वी-पश्चिमी द्रोणिका और चक्रवाती परिसंचरण के चलते अगले 48 घंटों में बारिश की गतिविधियां और तेज होने के आसार हैं।
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी
IMD के अनुसार मंगलवार को हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आस-पास के क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर और कानपुर देहात जैसे जिलों में भी भारी वर्षा की संभावना है। इसके साथ ही मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा और औरैया सहित कई अन्य जिलों में भी झमाझम बारिश हो सकती है।
गरज-चमक और बिजली गिरने की भी संभावना
फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, चित्रकूट, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसे जिलों में भी वज्रपात के साथ तेज बारिश हो सकती है।
जून में सामान्य से अधिक बारिश, अब और तेज़ होने के आसार
मौसम विभाग के अनुसार जून माह में उत्तर प्रदेश में सामान्य से 11% अधिक वर्षा दर्ज की गई है। जुलाई की शुरुआत भी मॉनसूनी गतिविधियों से भरपूर रही है। लखनऊ, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर जैसे शहरों में बारिश और ठंडी हवाओं ने उमस और गर्मी से राहत दी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि जुलाई माह में भी सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।
तापमान में गिरावट, लोगों को राहत
लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 3 से 5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक नीचे आ सकता है। सोमवार को वाराणसी प्रदेश का दूसरा सबसे गर्म शहर रहा जहां अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां कितनी हुई बारिश
- मुजफ्फरनगर – 97.6 मिमी (सबसे अधिक)
- फुरसतगंज – 67.2 मिमी
- बहराइच – 65 मिमी
- बाराबंकी – 51 मिमी
- बरेली – 49.6 मिमी
- कानपुर ग्रामीण – 45 मिमी
- लखीमपुर खीरी – 36 मिमी
- गोरखपुर – 34.1 मिमी
- हमीरपुर और उरई – 28-28 मिमी
- लखनऊ – 16.6 मिमी
- सुल्तानपुर – 11.3 मिमी
- चुर्क – 10.2 मिमी
किसानों और नागरिकों के लिए चेतावनी
बारिश की तीव्रता को देखते हुए मौसम विभाग ने किसानों, जिला प्रशासन और आम नागरिकों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। खेतों में जलभराव, बिजली गिरने की घटनाएं और नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है, ऐसे में सतर्कता बेहद जरूरी है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
उत्तर प्रदेश में जुलाई की शुरुआत तेज बारिश, गरज-चमक और वज्रपात के साथ हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में यह सिलसिला और तेज हो सकता है। ऐसे में प्रदेशवासियों को सावधानी बरतनी चाहिए और प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए ताकि किसी भी आपदा से बचा जा सके। मॉनसून की यह सक्रियता जहां राहत लेकर आई है, वहीं सुरक्षा के लिहाज से चुनौती भी बनी हुई है।