UP DElEd Admission 2025: उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने का सपना देख रहे युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) सत्र 2025-26 के लिए एडमिशन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है और इसे शासन को मंजूरी के लिए भेजा जा रहा है।
जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू हो सकता है आवेदन
जैसे ही प्रस्ताव को शासन से मंजूरी मिलती है, डीएलएड एडमिशन का शेड्यूल आधिकारिक पोर्टल पर जारी कर दिया जाएगा। अनुमान है कि जुलाई के आखिरी सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस बार भी पूरी प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से ही की जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे और छात्रों को सुविधा मिले।
राज्यभर में मिलेंगी करीब 2 लाख सीटें
इस बार उत्तर प्रदेश में कुल मिलाकर लगभग 2 लाख सीटों पर दाखिले की व्यवस्था की जा रही है। इसमें 66 सरकारी डायट (DIET) संस्थान और करीब 3000 निजी डीएलएड कॉलेज शामिल हैं। कॉलेजों का आवंटन राज्य स्तरीय मेरिट के आधार पर किया जाएगा। अच्छी रैंक वाले अभ्यर्थियों को सरकारी संस्थान में दाखिला मिलने की संभावना ज्यादा होगी।
मेरिट के आधार पर मिलेगा दाखिला, नहीं होगी कोई प्रवेश परीक्षा
डीएलएड में प्रवेश के लिए कोई लिखित परीक्षा नहीं ली जाती है। 10वीं, 12वीं और स्नातक कक्षा के अंकों के आधार पर मेरिट बनाई जाती है। इसी मेरिट सूची के अनुसार कॉलेज आवंटन होता है। इस प्रक्रिया को सरल और निष्पक्ष बनाने के लिए इस बार सभी दिशा-निर्देशों को पहले से ही स्पष्ट कर दिया गया है।
शिक्षक बनने की दिशा में पहला कदम है डीएलएड कोर्स
डीएलएड एक दो वर्षीय पूर्णकालिक शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स है, जो शिक्षण में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए जरूरी है। इस कोर्स के बाद उम्मीदवार UPTET जैसी शिक्षक पात्रता परीक्षाओं के लिए पात्र हो जाते हैं। इससे उन्हें सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने का मौका मिल सकता है।
पोर्टल की टेस्टिंग अंतिम चरण में, दस्तावेज़ रखें तैयार
एडमिशन पोर्टल की टेस्टिंग भी अंतिम चरण में है। जैसे ही प्रस्ताव को हरी झंडी मिलेगी, पोर्टल पर आवेदन लिंक और जरूरी दिशानिर्देश सक्रिय कर दिए जाएंगे। छात्रों को सलाह दी गई है कि वे अपने सभी शैक्षणिक प्रमाणपत्र और पहचान-पत्र पहले से तैयार रखें ताकि आवेदन में किसी प्रकार की बाधा न आए।
डीएलएड से दूर होगी शिक्षकों की कमी
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए डीएलएड एडमिशन 2025 बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। इससे न केवल योग्य शिक्षक तैयार होंगे बल्कि शिक्षा व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। सरकार का उद्देश्य है कि हर छात्र को एक प्रशिक्षित शिक्षक मिले और प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आए।